गिरिडीह हिंसा: पत्थरबाजी के बाद पुलिसिया कार्रवाई पर उठे सवाल, बीजेपी ने पूछा – क्या हिंदू होना गुनाह

झारखंड के गिरिडीह जिले के घोड़थंबा में होली (14 मार्च 2025) के जुलूस के दौरान हुई हिंसा को लेकर बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। इस घटना में हिंदुओं पर हुए हमले और उसके बाद पुलिस की कार्रवाई पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने कड़ा सवाल उठाया है। बीजेपी नेताओं का आरोप है कि पुलिस पत्थरबाजों पर सख्ती करने के बजाय हिंदू समुदाय के लोगों को ही निशाना बना रही है।
एफआईआर में 39 हिंदुओं के नाम, बीजेपी ने उठाए सवाल
गिरिडीह हिंसा के बाद दर्ज की गई एफआईआर में 39 हिंदुओं के नाम शामिल किए गए हैं, जिससे बीजेपी नेताओं और हिंदू संगठनों में रोष व्याप्त है। उनका कहना है कि जुलूस पर हमला करने वालों के बजाय प्रशासन निर्दोष लोगों को परेशान कर रहा है।
राज्यसभा सांसद और झारखंड बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने एक हिंदू युवक विकास साह की तस्वीर साझा की, जिसमें उसकी पीठ पर पुलिस की बर्बरता के निशान स्पष्ट दिख रहे हैं। इस तस्वीर को पोस्ट करते हुए उन्होंने लिखा, "हिंदू होने की वजह से विकास साह को पीटा गया। पत्थरबाजों पर कोई कार्रवाई नहीं, लेकिन हिंदुओं को बेरहमी से प्रताड़ित कर रही हेमंत सोरेन सरकार।"
झारखंड पुलिस पर पक्षपात का आरोप
बीजेपी ने झारखंड पुलिस और प्रशासन पर पक्षपात का आरोप लगाया है। नेताओं का कहना है कि हिंसा में शामिल असली गुनहगारों पर कोई सख्त कार्रवाई नहीं हो रही, बल्कि उन लोगों को ही निशाना बनाया जा रहा है जो पीड़ित हैं।
दीपक प्रकाश ने झारखंड सरकार और प्रशासन को कटघरे में खड़ा करते हुए कहा कि "गिरिडीह पुलिस हिंदू युवाओं पर अत्याचार कर रही है। यह असहनीय है। हमने गिरिडीह एसपी के निलंबन की माँग की है।"
हेमंत सोरेन सरकार पर बीजेपी का सीधा हमला
बीजेपी ने इस पूरे मामले को लेकर झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार पर सीधा हमला बोला है। पार्टी नेताओं का कहना है कि सरकार एक खास वर्ग को बचाने का काम कर रही है और हिंदू समुदाय के खिलाफ कार्रवाई कर रही है।
सोशल मीडिया पर गुस्सा, न्याय की माँग
इस घटना के बाद सोशल मीडिया पर भी लोगों का गुस्सा देखने को मिल रहा है। ट्विटर (X) और फेसबुक पर बड़ी संख्या में यूजर्स प्रशासन की कार्रवाई के खिलाफ पोस्ट कर रहे हैं और न्याय की माँग कर रहे हैं।
गिरिडीह हिंसा को लेकर झारखंड में सियासी घमासान तेज हो गया है। एक तरफ बीजेपी इसे हिंदू विरोधी कार्रवाई बता रही है, वहीं राज्य सरकार और प्रशासन पर निष्पक्ष कार्रवाई का दबाव बढ़ता जा रहा है। अब देखना यह होगा कि इस मामले में आगे क्या कदम उठाए जाते हैं और क्या दोषियों को न्याय मिल पाता है या नहीं।
What's Your Reaction?






