नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बार-बार भगदड़ क्यों? 2025 की घटना में 18 मौतों की वजह क्या थी? जानिए सब कुछ...पढ़ें पूरी रिपोर्ट

नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर एक बार फिर भगदड़ मचने से बड़ा हादसा हो गया। 15 फरवरी 2025 की रात हुई इस घटना में 18 लोगों की मौत हो गई और 10 यात्री घायल हो गए। पहले बताया जा रहा था कि भगदड़ तब मची जब प्रयागराज जाने वाली एक ट्रेन का प्लेटफॉर्म अचानक बदले जाने की सूचना आई, जिससे यात्रियों में अफरा-तफरी फैल गई। हालांकि, बाद में रेलवे अधिकारियों ने हादसे की एक अलग वजह बताई।
कैसे हुआ हादसा?
उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी हिमांशु शेखर उपाध्याय के अनुसार, यह घटना उस समय घटी जब पटना जाने वाली मगध एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर खड़ी थी और जम्मू जाने वाली उत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर 15 पर थी। इसी दौरान एक यात्री सीढ़ियों पर फिसलकर गिर गया, जिससे उसके पीछे खड़े यात्री भी गिरते चले गए और भगदड़ मच गई।
बार-बार क्यों होती हैं ऐसी घटनाएँ?
यह कोई पहली बार नहीं है जब नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ की घटना सामने आई हो। इससे पहले भी कई बार ऐसा हो चुका है:
2004: प्लेटफॉर्म बदलने की सूचना पर अफरा-तफरी मची थी।
2010: अधिक भीड़ और अव्यवस्था के कारण भगदड़ में कई लोग घायल हुए थे।
2012: अचानक ट्रेन का प्लेटफॉर्म बदलने पर भगदड़ मच गई थी।
क्या भीड़ और अव्यवस्था है मुख्य कारण?
विशेषज्ञों का मानना है कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अत्यधिक भीड़, अव्यवस्थित यात्री प्रबंधन और अचानक प्लेटफॉर्म बदलने की घटनाएँ ऐसी भगदड़ का कारण बनती हैं। यात्रियों में जल्दी ट्रेन पकड़ने की हड़बड़ी और पर्याप्त मार्गदर्शन की कमी भी स्थिति को और बिगाड़ देती है।
आगे क्या कदम उठाए जा सकते हैं?
रेलवे प्रशासन को इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए निम्नलिखित उपाय करने होंगे:
1. प्लेटफॉर्म बदलने की सूचना पहले से देना ताकि यात्री घबराए नहीं।
2. भीड़ नियंत्रण के लिए सुरक्षाकर्मियों की तैनाती बढ़ाना।
3. स्टेशन पर अधिक दिशानिर्देश और घोषणाएँ सुनिश्चित करना।
4. सीढ़ियों और फुटओवर ब्रिज पर यातायात को सुव्यवस्थित करना।
निष्कर्ष:
इस दुखद घटना ने रेलवे प्रशासन और सुरक्षा इंतजामों पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं। भीड़ नियंत्रण और यात्री प्रबंधन को बेहतर बनाने की आवश्यकता है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएँ दोबारा न हों।
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