'छावा' फिल्म रिव्यू: वीरता और संघर्ष की गाथा, लेकिन भावनात्मक गहराई की कमी

मराठा साम्राज्य के महान योद्धा छत्रपति संभाजी महाराज के जीवन पर आधारित 'छावा' फिल्म 14 फरवरी 2025 को सिनेमाघरों में रिलीज़ हुई। यह फिल्म उनके संघर्ष, वीरता और बलिदान को चित्रित करती है। निर्देशक लक्ष्मण उतेकर की इस ऐतिहासिक फिल्म में विक्की कौशल ने संभाजी महाराज की भूमिका निभाई है, जबकि रश्मिका मंदाना महारानी येसुबाई और अक्षय खन्ना औरंगजेब के रूप में नज़र आए हैं।
कहानी का सारांश
फिल्म की कहानी छत्रपति शिवाजी महाराज के निधन के बाद शुरू होती है, जब मुगल शासक औरंगजेब (अक्षय खन्ना) यह मान लेता है कि अब दक्कन पर उसका पूर्ण नियंत्रण होगा। हालांकि, शिवाजी के पुत्र संभाजी महाराज (विक्की कौशल) अपने पिता के स्वराज्य के सपने को पूरा करने के लिए संघर्ष जारी रखते हैं।
फिल्म में संभाजी महाराज की वीरता, रणनीति, मुगलों के साथ उनकी लड़ाई, और अंततः उनकी गिरफ्तारी और बलिदान को दिखाया गया है।
प्रमुख विशेषताएँ
1. अभिनय
विक्की कौशल ने संभाजी महाराज के रूप में शानदार प्रदर्शन किया है। उनकी भाव-भंगिमाएँ, संवाद अदायगी और शारीरिक हावभाव प्रभावशाली हैं।
अक्षय खन्ना ने औरंगजेब की भूमिका में संयमित लेकिन दमदार उपस्थिति दर्ज कराई है। उनकी चालाकी और आक्रामकता प्रभावी लगती है।
रश्मिका मंदाना ने महारानी येसुबाई की भूमिका निभाई है, लेकिन उनकी संवाद अदायगी में थोड़ी कमजोरी नजर आती है। उनके किरदार को अधिक गहराई दी जा सकती थी।
2. निर्देशन और पटकथा
लक्ष्मण उतेकर का निर्देशन फिल्म को एक भव्य दृष्टिकोण प्रदान करता है, लेकिन पटकथा में गहराई की कमी महसूस होती है।
फिल्म का पहला भाग कुछ धीमा लगता है, जबकि दूसरा भाग रोमांचक और युद्ध दृश्यों से भरा हुआ है।
कुछ दृश्य अन्य ऐतिहासिक फिल्मों से प्रेरित लगते हैं, जिससे मौलिकता थोड़ी कम हो जाती है।
3. संगीत और तकनीकी पक्ष
ए.आर. रहमान का संगीत फिल्म के माहौल के अनुरूप है। "आया रे तूफान" गीत काफी प्रभावशाली है।
सिनेमैटोग्राफी सौरभ गोस्वामी ने की है, जो युद्ध और किले के दृश्य को शानदार तरीके से प्रस्तुत करती है।
वीएफएक्स और सेट डिजाइन भव्य हैं, लेकिन कुछ जगहों पर बेहतर किया जा सकता था।
समीक्षा और रेटिंग
फिल्म को 2.5/5 स्टार दिया जा सकता है।
पॉजिटिव:
✅ विक्की कौशल और अक्षय खन्ना का शानदार अभिनय।
✅ भव्य सिनेमैटोग्राफी और युद्ध दृश्य।
✅ ऐतिहासिक घटनाओं की अच्छी झलक।
नेगेटिव:
❌ पटकथा में गहराई की कमी।
❌ पहले हाफ में धीमी गति।
❌ भावनात्मक जुड़ाव कम महसूस होता है।
निष्कर्ष
'छावा' एक भव्य ऐतिहासिक फिल्म है जो संभाजी महाराज की वीरता को दर्शाती है। विक्की कौशल और अक्षय खन्ना के शानदार अभिनय के बावजूद, फिल्म की कहानी और पटकथा में गहराई की कमी है। यदि आप ऐतिहासिक फिल्मों के शौकीन हैं और विक्की कौशल के प्रशंसक हैं, तो यह फिल्म एक बार जरूर देख सकते हैं।
क्या आपको यह फिल्म देखनी चाहिए?
अगर आप संभाजी महाराज के इतिहास को बड़े पर्दे पर देखना चाहते हैं और विक्की कौशल के अभिनय के कायल हैं, तो यह फिल्म आपके लिए है। लेकिन अगर आप गहरी भावनात्मक कहानी की तलाश में हैं, तो यह फिल्म आपको थोड़ा निराश कर सकती है।
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