सीएम योगी आदित्यनाथ ने मोहर्रम जुलूस और ताजिए के साइज पर दी अहम सलाह

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मोहर्रम के जुलूस के दौरान सुरक्षा को लेकर महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा कि सरकार ने कभी भी परंपरागत मुस्लिम जुलूस पर कोई रोक नहीं लगाई, लेकिन ताजियों का साइज छोटा करने की सलाह दी है। उनका मानना है कि बड़े ताजिए के चलते हादसों का खतरा बढ़ सकता है, खासकर हाईटेंशन लाइन से टकराने के कारण जान जाने का डर रहता है।
न्यूज एजेंसी पीटीआई को दिए गए इंटरव्यू में सीएम योगी ने कहा, "ताजिए का साइज छोटा करो, वरना हाईटेंशन लाइन से टकराकर जान जा सकती है।" उन्होंने उदाहरण के तौर पर काँवड़ यात्रा का जिक्र किया, जिसमें डीजे के साइज को छोटा करने की सलाह दी जाती है और नियमों का पालन न करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाती है।
सीएम योगी ने स्पष्ट किया, "क्या हमने कभी परंपरागत मुस्लिम जुलूस रोका? नहीं। बस ताजिए को छोटा रखो, ताकि कोई हादसा न हो।" इसके अलावा, सड़क पर नमाज अदा करने की रोक को सही ठहराते हुए उन्होंने कहा, "सड़कें चलने के लिए हैं, धार्मिक आयोजनों के लिए नहीं।"
महाकुंभ के उदाहरण को देते हुए उन्होंने कहा, "महाकुंभ में 66 करोड़ लोग आए, लेकिन कोई अराजकता नहीं हुई।" सीएम ने यह भी कहा कि त्योहारों में अनुशासन बनाए रखना जरूरी है, ताकि किसी प्रकार की कोई असुविधा न हो।
इस बयान से साफ है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ त्योहारों के दौरान अनुशासन और सुरक्षा को प्राथमिकता देते हैं, और वह सुनिश्चित करना चाहते हैं कि कोई भी हादसा न हो।
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