यमुना में जहर मिलाने का आरोप: केजरीवाल और हरियाणा सरकार के बीच जुबानी जंग

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा सरकार पर यमुना नदी के पानी में जहर मिलाने का गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह दिल्ली की जनता के खिलाफ एक साजिश है। केजरीवाल ने कहा कि भाजपा दिल्लीवासियों का "मास मर्डर" करना चाहती है, लेकिन उनकी सरकार इसे किसी भी कीमत पर नहीं होने देगी।
केजरीवाल का दावा
केजरीवाल के मुताबिक, दिल्ली जल बोर्ड के इंजीनियरों ने यमुना से आ रहे पानी में जहर पाया और उसे दिल्ली में प्रवेश करने से रोक दिया। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि पानी में कौन सा जहर था, यह कैसे पाया गया, और कितना जहर डाला गया।
हरियाणा सरकार का पलटवार
हरियाणा सरकार के मंत्री नायब सिंह सैनी ने केजरीवाल के आरोपों को झूठा और आधारहीन बताया। उन्होंने कहा कि केजरीवाल घटिया राजनीति कर रहे हैं और अपनी विफलताओं को छुपाने के लिए इस तरह के निराधार आरोप लगा रहे हैं। सैनी ने पूछा कि यदि पानी में जहर था, तो वह कहाँ रोका गया और इससे कितनी मछलियाँ मरीं।
हरियाणा के लोग यमुना को मानते हैं पवित्र
हरियाणा सरकार ने केजरीवाल के आरोपों को हरियाणा की जनता और संस्कृति का अपमान बताया। उनका कहना है कि यमुना हरियाणा के लोगों के लिए पवित्र नदी है, और वे इसकी पूजा करते हैं। ऐसे में हरियाणा के लोग यमुना में जहर मिलाने की सोच भी नहीं सकते।
केजरीवाल के पुराने वादे पर सवाल
हरियाणा सरकार ने केजरीवाल को 2020 में दिए गए उनके उस वादे की याद दिलाई जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर यमुना को स्वच्छ बनाने में विफल रहे तो कभी वोट नहीं मांगेंगे। सरकार का कहना है कि केजरीवाल अपनी विफलता छुपाने के लिए जनता को गुमराह कर रहे हैं।
चुनावी माहौल और राजनीति का खेल
विशेषज्ञों का मानना है कि यह विवाद आगामी चुनावों को देखते हुए राजनीतिक फायदे के लिए उठाया गया है। हरियाणा और दिल्ली के बीच लंबे समय से जल विवाद चलता आ रहा है, और यह बयानबाजी उसी का हिस्सा हो सकती है।
आपको बताते चलें कि हरियाणा सरकार ने केजरीवाल से तत्काल माफी मांगने की मांग की है और ऐसा न करने पर मानहानि का दावा करने की चेतावनी दी है। इस मामले ने दोनों राज्यों के बीच तनाव बढ़ा दिया है।
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