खेल मंत्री का बड़ा बयान.. फर्जी आयु बताने पर खिलाड़ियों पर की जाएगी सख्त कार्रवाई..लगेगा आजीवन प्रतिबंध

खेलों में आयु संबंधी धोखाधड़ी को रोकने के लिए अब कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। सरकार और खेल संगठनों ने इस गंभीर मुद्दे पर सख्त रुख अपनाने का फैसला किया है। नए नियमों के तहत, यदि कोई खिलाड़ी अपनी उम्र गलत साबित करता है या फर्जी दस्तावेजों के सहारे प्रतियोगिताओं में भाग लेता है, तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी। इतना ही नहीं, ऐसे खिलाड़ियों पर आजीवन प्रतिबंध लगाने का भी प्रावधान किया गया है।
आयु धोखाधड़ी क्यों है गंभीर समस्या?
आयु धोखाधड़ी खेल जगत में एक बड़ी समस्या रही है, विशेष रूप से जूनियर स्तर की प्रतियोगिताओं में। कई खिलाड़ी गलत उम्र दर्ज कराकर कम आयु वर्ग की प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते हैं, जिससे योग्य और वास्तविक प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के अवसर कम हो जाते हैं। यह न केवल खेल भावना के खिलाफ है, बल्कि निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा को भी प्रभावित करता है।
क्या कहता है नया नियम?
1. एफआईआर दर्ज होगी – यदि कोई खिलाड़ी आयु धोखाधड़ी में दोषी पाया जाता है, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी और एफआईआर दर्ज की जाएगी।
2. आजीवन प्रतिबंध – नियमों का उल्लंघन करने वाले खिलाड़ी को खेलों से आजीवन प्रतिबंधित किया जा सकता है।
3. कड़ी निगरानी – खेल संगठनों और सरकार द्वारा दस्तावेजों की कड़ी जांच की जाएगी, जिससे फर्जी प्रमाणपत्रों का उपयोग रोका जा सके।
4. डिजिटल सत्यापन प्रणाली – आधार कार्ड और अन्य सरकारी दस्तावेजों के डिजिटल सत्यापन को अनिवार्य किया जाएगा, जिससे खिलाड़ियों की वास्तविक आयु सुनिश्चित की जा सके।
सरकार और खेल संगठनों की प्रतिक्रिया
खेल मंत्रालय और विभिन्न खेल महासंघों ने इस पहल का स्वागत किया है। उनका मानना है कि इससे निष्पक्षता बनी रहेगी और युवा खिलाड़ियों को सही अवसर मिलेगा। खेल प्राधिकरण (SAI) और भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) इस नियम को प्रभावी बनाने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं।
खिलाड़ियों और अभिभावकों के लिए चेतावनी
खेल संगठनों ने खिलाड़ियों और उनके अभिभावकों को स्पष्ट चेतावनी दी है कि वे किसी भी तरह की आयु संबंधी गड़बड़ी से बचें। यदि कोई खिलाड़ी फर्जी प्रमाणपत्रों के सहारे प्रतियोगिताओं में भाग लेता है और पकड़ा जाता है, तो उसे न केवल खेल से बाहर किया जाएगा बल्कि कानूनी कार्रवाई का भी सामना करना पड़ेगा
खेलों में आयु धोखाधड़ी को रोकने के लिए उठाए गए ये कदम भारतीय खेलों को अधिक पारदर्शी और निष्पक्ष बनाएंगे। यह न केवल सच्ची प्रतिभाओं को आगे बढ़ने का मौका देगा, बल्कि खेल भावना को भी बरकरार रखेगा। खिलाड़ियों को चाहिए कि वे ईमानदारी और कड़ी मेहनत के बल पर सफलता प्राप्त करें, न कि धोखाधड़ी के जरिए।
What's Your Reaction?






