"नक्सलवाद मुक्त भारत के मिशन की रीढ़ है सीआरपीएफ: अमित शाह"

नीमच (मध्यप्रदेश), 17 अप्रैल – देश को नक्सलवाद से पूर्णतः मुक्त करने की ऐतिहासिक मुहिम में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) एक मजबूत स्तंभ बनकर उभरा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने नीमच में CRPF के 86वें स्थापना दिवस समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि नक्सलवाद अब केवल चार जिलों तक सीमित रह गया है और 31 मार्च 2026 तक इसे पूरी तरह समाप्त कर दिया जाएगा।
अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में चल रही इस मुहिम में सीआरपीएफ की 'कोबरा बटालियन' की भूमिका विशेष रूप से सराहनीय है। यह कमांडो बटालियन गुरिल्ला युद्ध और जंगल युद्ध की विशेषज्ञ मानी जाती है, जिसने नक्सली क्षेत्रों में 400 से अधिक ऑपरेशनल बेस स्थापित कर हिंसा में 70% से अधिक की कमी लाई है।
गृह मंत्री ने यह भी कहा कि जब भारत की आज़ादी का स्वर्णिम इतिहास लिखा जाएगा, तब कोबरा कमांडोज़ और सीआरपीएफ के शहीदों की बहादुरी को स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। उन्होंने 2,264 शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके परिजनों के योगदान को राष्ट्र निर्माण की नींव बताया।
इस समारोह में मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी उपस्थित रहे। नीमच वही ऐतिहासिक स्थान है जहाँ 1939 में ‘क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस’ की स्थापना हुई थी, जिसे 1949 में सरदार वल्लभभाई पटेल ने सीआरपीएफ का नाम दिया।
सीआरपीएफ की गौरवशाली यात्रा
रियासतों के एकीकरण से लेकर उग्रवाद, आतंकवाद, आपदा प्रबंधन, अंतरराष्ट्रीय शांति स्थापना और वीआईपी सुरक्षा तक – सीआरपीएफ हमेशा देश की सेवा में अग्रणी रहा है।
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