भारत ने अमेरिका से की खालिस्तानी संगठन पर कड़ी कार्रवाई की मांग, राजनाथ सिंह ने उठाया मुद्दा

भारत सरकार ने अमेरिका में सक्रिय खालिस्तानी संगठन 'सिख फॉर जस्टिस' (SFJ) की भारत-विरोधी गतिविधियों का मुद्दा अमेरिकी प्रशासन के सामने उठाया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अमेरिका की डायरेक्टर ऑफ नेशनल इंटेलिजेंस (DNI) तुलसी गबार्ड के साथ बैठक में SFJ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
राजनाथ सिंह और तुलसी गबार्ड की अहम बैठक
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन की ओर से भारत की यात्रा पर आईं तुलसी गबार्ड की रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात के दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। इसमें सुरक्षा, रक्षा सहयोग और खुफिया जानकारी साझा करने जैसे विषय शामिल रहे।
भारत ने SFJ की अलगाववादी गतिविधियों को लेकर अमेरिकी प्रशासन से ठोस कदम उठाने का आग्रह किया। भारत लंबे समय से SFJ के देश-विरोधी प्रचार, आतंकवाद को बढ़ावा देने और विदेशी धरती से भारत की संप्रभुता को चुनौती देने जैसे मुद्दों पर चिंता जताता रहा है।
भारत की SFJ पर सख्त कार्रवाई की मांग क्यों?
SFJ पर भारत में आतंकी गतिविधियों को बढ़ावा देने के आरोप हैं।
संगठन खालिस्तानी जनमत संग्रह (Referendum 2020) जैसे अभियानों के जरिए भारत की अखंडता को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है।
भारत ने SFJ को पहले ही गैरकानूनी संगठन घोषित कर दिया है और उसके प्रमुख गुरपतवंत सिंह पन्नू को आतंकी करार दिया गया है।
SFJ भारत-विरोधी प्रचार में विदेशी धन और डिजिटल प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल कर रहा है।
भारत-अमेरिका के बीच मजबूत हो रहे रणनीतिक संबंध
इस बैठक के दौरान भारत और अमेरिका ने सुरक्षा साझेदारी को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई। भारत और अमेरिका रक्षा सहयोग और खुफिया जानकारी साझा करने के लिए पहले ही कई समझौतों पर हस्ताक्षर कर चुके हैं। SFJ जैसे आतंकी संगठनों पर कार्रवाई को लेकर भारत अमेरिका से और सख्त रुख अपनाने की अपेक्षा कर रहा है।
भारत ने SFJ के खिलाफ कार्रवाई के लिए अमेरिका से स्पष्ट और कड़े कदम उठाने की मांग की है। यह देखना दिलचस्प होगा कि ट्रम्प प्रशासन इस मुद्दे पर क्या रुख अपनाता है और भारत-अमेरिका संबंधों में यह चर्चा कैसे आगे बढ़ती है।
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