कश्मीर पर एक्शन मोड में भारत: पाकिस्तान को बेनकाब करने की नई रणनीति

भारत ने कश्मीर को लेकर अपनी नीति में बड़ा बदलाव किया है। अब वह केवल पाकिस्तान के झूठे दावों का खंडन करने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि कूटनीतिक, सैन्य और कानूनी मोर्चे पर आक्रामक रुख अपनाते हुए पाकिस्तान को बेनकाब करने की रणनीति अपना रहा है।
हाल ही में भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई बड़े कदम उठाए हैं, जिनमें पाकिस्तान को हथियार न देने की अपील, पाक अधिकृत कश्मीर (PoK) को खाली करने की सीधी चेतावनी, और संयुक्त राष्ट्र (UN) व पश्चिमी देशों के दोहरे मापदंडों पर सवाल उठाना शामिल है। आइए जानते हैं कि भारत की यह नई रणनीति कैसे पाकिस्तान के झूठे प्रचार को ध्वस्त कर रही है।---
पाकिस्तान को सैन्य मदद न देने की अपील
भारतीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल ही में नीदरलैंड के रक्षा मंत्री रूबेन ब्रेकलमैन्स के साथ बैठक में पाकिस्तान को सैन्य सहायता न देने का अनुरोध किया। भारत का तर्क है कि पाकिस्तान दशकों से जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देता आया है, इसलिए कोई भी देश उसे सैन्य ताकत न दे।
सूत्रों के अनुसार, राजनाथ सिंह ने साफ कहा:
> "भारत सभी मित्र देशों से आग्रह करता है कि वे पाकिस्तान को किसी भी तरह की सैन्य सहायता न दें, क्योंकि वह इसका इस्तेमाल आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए करता है।"
यह भारत की नई आक्रामक कूटनीतिक रणनीति का हिस्सा है, जो केवल बयानबाजी से आगे जाकर वास्तविक दबाव बनाने पर केंद्रित है।
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PoK खाली करे पाकिस्तान: भारत का सख्त संदेश
भारत ने अब साफ कर दिया है कि पाकिस्तान को अवैध रूप से कब्जे में लिए गए कश्मीर (PoK) को खाली करना होगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक इंटरव्यू के बाद पाकिस्तान ने कश्मीर को लेकर झूठे दावे किए थे, जिस पर भारत ने कड़ा जवाब दिया। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा:
> "झूठ फैलाने के बजाय पाकिस्तान को अपने अवैध कब्जे वाले भारतीय क्षेत्र (PoK) को खाली कर देना चाहिए।"
भारत अब इस मुद्दे को वैश्विक मंचों पर लगातार उठा रहा है, ताकि पाकिस्तान को अंतरराष्ट्रीय दबाव में लाया जा सके।
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जयशंकर का UN और पश्चिमी देशों पर हमला
भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हाल ही में रायसीना डायलॉग 2025 में पश्चिमी देशों के दोहरे रवैये पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र (UN) ने हमलावर और पीड़ित को बराबरी पर खड़ा कर दिया, जबकि असल में कश्मीर पर सबसे लंबा अवैध कब्जा पाकिस्तान ने ही किया हुआ है।
जयशंकर ने सवाल उठाया:
> "जब संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की बात होती है, तो कश्मीर के मुद्दे पर अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा, बेल्जियम और ऑस्ट्रेलिया अलग-अलग मानदंड क्यों अपनाते हैं?"
यह स्पष्ट संकेत है कि भारत अब केवल पाकिस्तान को ही नहीं, बल्कि उसे समर्थन देने वाले देशों को भी कटघरे में खड़ा करने की रणनीति पर काम कर रहा है।--
अब डिफेंसिव नहीं, आक्रामक रुख
भारत अब कश्मीर पर आक्रामक नीति अपना रहा है:
✔ पाकिस्तान के झूठे प्रचार को बेनकाब करने के लिए हर अंतरराष्ट्रीय मंच पर सक्रिय।
✔ PoK खाली करने के लिए पाकिस्तान पर सीधे दबाव।
✔ पाकिस्तान को किसी भी देश से सैन्य मदद न मिले, इसके लिए कूटनीतिक प्रयास।
✔ UN और पश्चिमी देशों के दोहरे मापदंडों को चुनौती।
✔ भारत ने अपनी सीमा पर सुरक्षा मजबूत कर दी है और किसी भी उकसावे का मुँहतोड़ जवाब देने के लिए तैयार है।
भारत की नई रणनीति स्पष्ट संकेत देती है कि अब कश्मीर पर वह केवल प्रतिक्रिया देने तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि पाकिस्तान को बेनकाब करेगा। चाहे वह रक्षा सहयोग की बात हो, PoK पर सख्त रुख हो या फिर UN में मजबूत स्टैंड – भारत अब किसी भी मंच पर पीछे हटने को तैयार नहीं है।
भारत का यह आक्रामक रुख साफ करता है कि आने वाले समय में कश्मीर पर भारत की स्थिति और अधिक स्पष्ट व मजबूत होगी और पाकिस्तान के झूठे प्रचार को पूरी तरह से खत्म करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया जाएगा।
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