भारत की GDP में 10 साल में 105% की वृद्धि, 2025 में $4.3 ट्रिलियन पार

भारत की अर्थव्यवस्था ने पिछले एक दशक में ऐतिहासिक वृद्धि दर्ज की है। अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) के ताजा आंकड़ों के अनुसार, भारत की सकल घरेलू उत्पाद (GDP) 2015 में $2.1 ट्रिलियन थी, जो 2025 तक $4.3 ट्रिलियन को पार कर गई है। यह 105% की वृद्धि को दर्शाता है, जो अमेरिका और चीन जैसी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं से भी तेज है।
BJP ने साझा किया IMF डेटा
इस आंकड़े को साझा करते हुए भारतीय जनता पार्टी (BJP) के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने इसे भारत की आर्थिक नीतियों और संरचनात्मक सुधारों की सफलता बताया। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा—
"भारत ने 2015 से 2025 के बीच अपनी GDP को $2.1 ट्रिलियन से $4.3 ट्रिलियन तक बढ़ाकर एक अद्वितीय मील का पत्थर हासिल किया है। यह किसी अन्य प्रमुख वैश्विक अर्थव्यवस्था में नहीं देखा गया। मोदी सरकार ने व्यापार करने में आसानी, साहसिक आर्थिक सुधारों और मजबूत नीतियों के जरिए भारत को वैश्विक आर्थिक मंच पर एक महत्वपूर्ण स्थान दिलाया है।"
भारत की अर्थव्यवस्था क्यों बढ़ी इतनी तेजी से?
इस ऐतिहासिक वृद्धि के पीछे कई प्रमुख कारण हैं:
1. आर्थिक सुधार और नीतियां – मोदी सरकार ने पिछले एक दशक में मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, उत्पादन आधारित प्रोत्साहन (PLI) योजना, जीएसटी, और मुद्रा योजना जैसी कई नीतियां लागू कीं, जिससे उद्योग और व्यापार को बढ़ावा मिला।
2. प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) में वृद्धि – भारत में विदेशी निवेशकों का विश्वास बढ़ा, जिससे IT, मैन्युफैक्चरिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्रों में तेजी आई।
3. डिजिटलीकरण और टेक्नोलॉजी का विकास – डिजिटल लेनदेन, UPI, स्टार्टअप बूम और डिजिटल इंडिया कार्यक्रम ने अर्थव्यवस्था को गति दी।
4. वैश्विक सप्लाई चेन में भारत की मजबूत स्थिति – कोविड-19 के बाद चीन पर निर्भरता कम करने की वैश्विक प्रवृत्ति से भारत को फायदा हुआ और कई कंपनियों ने भारत में मैन्युफैक्चरिंग यूनिट स्थापित कीं।
5. युवा कार्यबल और स्टार्टअप कल्चर – भारत की युवा आबादी, नए स्टार्टअप्स, और उद्यमशीलता को बढ़ावा देने वाली नीतियों ने आर्थिक वृद्धि को तेज किया।
क्या भारत की वृद्धि दर आगे भी बनी रहेगी?
विशेषज्ञों का मानना है कि यदि भारत इसी रफ्तार से आगे बढ़ता रहा, तो अगले 5-10 सालों में देश की GDP $5 ट्रिलियन और उससे अधिक तक पहुंच सकती है। सरकार इन्फ्रास्ट्रक्चर, डिजिटल इकोनॉमी, और मैन्युफैक्चरिंग को लगातार बढ़ावा दे रही है, जिससे भविष्य में भी यह वृद्धि जारी रहने की संभावना है.
भारत की 105% GDP वृद्धि न केवल आर्थिक सुधारों की सफलता को दर्शाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि देश वैश्विक आर्थिक शक्ति बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है। आने वाले वर्षों में नए स्टार्टअप्स, व्यापार अनुकूल नीतियों और तकनीकी नवाचारों के जरिए भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में शीर्ष स्थान पर बना रह सकता है।
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