नई दिल्ली: ईद के मौके पर देश के विभिन्न हिस्सों में हुए घटनाक्रम ने राष्ट्रीय स्तर पर चिंता बढ़ा दी है। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने सोशल मीडिया पर एक लंबे पोस्ट के जरिए मुस्लिम समाज की कट्टरपंथी प्रवृत्तियों पर निशाना साधा। उन्होंने आरोप लगाया कि रमज़ान और ईद पर भी हिंसा और राजनीतिक गतिविधियाँ बढ़ती जा रही हैं, जो देश के सामाजिक ताने-बाने के लिए खतरा हैं।
देशद्रोही मानसिकता का प्रदर्शन
बंसल ने दावा किया कि उत्तर प्रदेश के हापुड़, मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद, उत्तराखंड के हल्द्वानी, हरियाणा के नूंह, राजस्थान के टोंक, महाराष्ट्र के मुंबई सहित कई अन्य स्थानों पर ईद के दिन इस्लामी कट्टरपंथियों ने हिंसा और उपद्रव फैलाया। उनका कहना है कि जब ये लोग झुंड में इकट्ठे होते हैं, तो उपद्रव, आगजनी, देशद्रोह और हिंसा में लिप्त हो जाते हैं।
फिलिस्तीन का झंडा और भारत विरोध
बंसल के अनुसार, कुछ स्थानों पर नमाज के दौरान भारतीय तिरंगे को छोड़कर फिलिस्तीनी झंडा लहराया गया, जो भारत विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने यह भी कहा कि मस्जिदों और नमाज को राजनीतिक विरोध के साधन के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है।
क्या यह सुनियोजित षड्यंत्र है?
बंसल का मानना है कि यह गतिविधियाँ महज संयोग नहीं, बल्कि एक सुनियोजित साजिश का हिस्सा हैं, जिसमें भारत के भीतर कट्टरपंथी ताकतें देश की संप्रभुता और अखंडता को चुनौती देने में जुटी हैं। यह घटना दर्शाती है कि किस तरह विदेशी आतंकी संगठनों के समर्थन में भारत में अस्थिरता फैलाने की कोशिश की जा रही है।
सरकार और समाज को सतर्क रहने की जरूरत
इस प्रकार की गतिविधियों को रोकने के लिए सरकार को सख्त कदम उठाने होंगे। साथ ही, समाज को भी इस तरह की मानसिकता के खिलाफ जागरूक होना होगा ताकि देश की एकता और अखंडता बनी रहे।