आज ही के दिन "घर वापसी व शुद्धि आंदोलन" के चलते रशीद ने की थी स्वामी श्रद्धानंद की हत्या..

अन्य लोगों के #शहीदी दिवस मनाने से 100 गुना बेहतर है कि आज महान विचारक, क्रांतिकारी, शिक्षाविद और हिंदुनिष्ठ, बलिदानी स्वामी #श्रद्धानंद जी का बलिदान दिवस मनाया जाए !! गुरुकुल कांगड़ी, आयुर्वेदिक विश्वविद्यालय और शिक्षा केन्द्र, हरिद्वार के संस्थापक स्व श्रद्धानंद जी थे !! उन्होंने अपना सर्वस्व हिन्दूत्व के नाम आहूत कर दिया ,हम हिन्दू स्वामी श्रद्धानंद जी के सदैव ऋणी रहेंगे !
मूलतः शुद्धि कार्यक्रम / घर वापसी कार्यक्रम के जन्मदाता स्वामी जी ही थे... 23 दिसम्बर, 1926 में स्वामी श्रद्धानंद जी को अब्दुल रशीद नामक हत्यारे ने गोली मार कर बलिदान कर दिया था... वह इस बात से नाराज़ था कि स्वामी जी ने हजारों हिन्दू परिवारों की घर वापसी कराई थी और शुद्धि आंदोलन... लगातार जेहादी चेतावनियों के बाद भी लगातार चला रहे थे !
हिन्दूजन उनके शुद्धि कार्यक्रम में बढ़-चढ़ कर भाग ले रहे थे ! एक शास्त्रार्थ कार्यक्रम में उन्होंने जामा मस्जिद के मंच से मज़हबी किताबों और अवधारणाओं की धज्जियां उड़ा दी थी... कोई भी उनके उठाये गए प्रश्नों का उत्तर नहीं दे सका था... आम मुसलमान स्वामी श्रद्धानंद जी की इस विजय से भी नाराज़ था !
जब हत्यारा राशिद अरेस्ट हुआ तो गांधी जी रशीद के पक्ष में खड़े हो गए और रशीद को अपना 'भाई'...बताया... मोहम्मद अली जिन्नाह ने कोर्ट में हत्यारे रशीद की निशुल्क पैरवी की !! आज भी उनका चलाया घरवापसी आंदोलन जारी है ... श्रद्धेय स्वामी श्रद्धानंद जी को कोटि कोटि नमन !!!
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