रेल दुर्घटनाओं में भारी कमी, 400 से घटकर 81 हुईं - रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव

Apr 2, 2025 - 16:54
Apr 12, 2025 - 11:49
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रेल दुर्घटनाओं में भारी कमी, 400 से घटकर 81 हुईं - रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव

लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को रेलवे सुरक्षा में हुए सुधारों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि उनकी सरकार के कार्यकाल में रेल दुर्घटनाओं की संख्या में भारी कमी आई है। पिछले वित्तीय वर्ष में रेल दुर्घटनाओं की संख्या 400 थी, जो अब घटकर 81 हो गई है। यह रेलवे सुरक्षा में एक महत्वपूर्ण सुधार है।

पूर्व रेल मंत्रियों के कार्यकाल से तुलना

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने अपने कार्यकाल की तुलना पूर्व रेल मंत्रियों लालू यादव, ममता बनर्जी और मल्लिकार्जुन खरगे के कार्यकाल से की। उन्होंने बताया कि:

लालू यादव के कार्यकाल में हर साल लगभग 700 दुर्घटनाएं होती थीं।

ममता बनर्जी के कार्यकाल में यह संख्या 400 के आसपास थी।

मल्लिकार्जुन खरगे के कार्यकाल में यह संख्या 385 थी।

वर्तमान में यह संख्या घटकर मात्र 81 रह गई है, जोकि एक ऐतिहासिक उपलब्धि है।

रेलवे सुरक्षा में सुधार

रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे सुरक्षा में कई महत्वपूर्ण सुधार किए गए हैं, जिससे दुर्घटनाओं में भारी कमी आई है। सरकार ने आधुनिक तकनीकों का उपयोग, पटरियों का मेंटेनेंस, रेलवे कर्मियों की ट्रेनिंग और सुरक्षा मानकों को कड़ा करने पर जोर दिया है।

शून्य एफआईआर सिस्टम

रेलवे से संबंधित अपराधों की शिकायत दर्ज करने में हो रही देरी को लेकर भी सवाल उठाए गए। इस पर रेल मंत्री ने कहा कि शून्य एफआईआर (Zero FIR) सिस्टम लागू किया गया है, जिससे किसी भी रेलवे यात्री की शिकायत तत्काल दर्ज की जा सकती है।

पहले की तुलना में दुर्घटनाओं में 90% की कमी

रेल मंत्री ने राज्यसभा में भी रेलवे सुरक्षा पर अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं। उन्होंने बताया कि 2005-06 में:

लालू यादव के कार्यकाल में 698 दुर्घटनाएं हुई थीं।

ममता बनर्जी के कार्यकाल में 395 दुर्घटनाएं हुईं।

मल्लिकार्जुन खरगे के समय यह संख्या 385 थी।

आज यह संख्या 80 से भी कम रह गई है, जो 90% की कमी को दर्शाता है।

सरकार की उपलब्धि

रेल मंत्री ने कहा कि पहले हर दिन औसतन एक या दो रेल दुर्घटनाएं होती थीं, लेकिन अब यह संख्या सालाना 30 दुर्घटनाओं तक सीमित हो गई है। अगर ट्रेन के पटरी से उतरने की घटनाओं को भी जोड़ दें, तो यह कुल 73 घटनाएं होती हैं, जो कि पहले के मुकाबले अत्यधिक कम है।

वर्तमान सरकार ने रेलवे सुरक्षा में ऐतिहासिक सुधार किए हैं, जिससे रेल दुर्घटनाओं में भारी कमी आई है। शून्य एफआईआर सिस्टम जैसी नई पहलें यात्रियों की सुरक्षा को और भी पुख्ता बनाएंगी।

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