तेलंगाना में कांग्रेस सरकार का हिंदू विरोधी रवैया: होली पर पुलिस ने किया तुगलकी फरमान जारी

कांग्रेस शासित तेलंगाना में हैदराबाद पुलिस कमिश्नर सीवी आनंद द्वारा होली को लेकर जारी की गई नोटिस विवादों में घिर गई है। इस आदेश में हिंदुओं को निर्देश दिया गया है कि वे अनिच्छुक व्यक्तियों, स्थानों और वाहनों पर रंग न डालें। इतना ही नहीं, सड़कों और सार्वजनिक स्थानों पर बाइक और अन्य वाहनों की सवारी पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है।
यह आदेश न सिर्फ हिंदू त्योहारों पर रोक लगाने का प्रयास है, बल्कि कांग्रेस सरकार की वोट बैंक राजनीति और तुष्टिकरण की नीति को भी उजागर करता है।
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क्या है विवादास्पद आदेश?
हैदराबाद पुलिस द्वारा जारी इस आदेश में कहा गया है कि:
होली मनाने वाले हिंदू अनिच्छुक व्यक्तियों, स्थलों और वाहनों पर रंग न डालें।
सार्वजनिक स्थानों और सड़कों पर समूह में बाइक चलाने पर रोक लगाई गई है।
कानून-व्यवस्था का हवाला देकर होली के उत्सव को सीमित करने की कोशिश की गई है।
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क्या कांग्रेस सरकार का दोहरा मापदंड उजागर हुआ?
इस नोटिस के बाद कांग्रेस सरकार पर हिंदू विरोधी मानसिकता अपनाने का आरोप लग रहा है। सवाल यह उठता है कि—
✅ जब अन्य धर्मों के त्योहारों पर किसी प्रकार का प्रतिबंध नहीं लगाया जाता, तो केवल होली पर ही यह फरमान क्यों?
✅ क्या यह आदेश तुष्टिकरण की राजनीति का हिस्सा है?
✅ क्या इस तरह के फरमान हिंदू त्योहारों के खुलेआम दमन का संकेत नहीं हैं?
कांग्रेस सरकार ने हिंदू आस्थाओं को ठेस पहुंचाने का काम किया है। यदि यही प्रतिबंध अन्य समुदायों के त्योहारों पर लगाया जाता, तो क्या कांग्रेस सरकार इतना साहस दिखा पाती?
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कांग्रेस सरकार की तुष्टिकरण नीति पर सवाल
कांग्रेस पार्टी का इतिहास रहा है कि वह हिंदू त्योहारों को निशाना बनाती रही है, जबकि अन्य समुदायों को विशेष छूट देती है। तेलंगाना में इस आदेश से यह साफ हो गया कि—
कांग्रेस सरकार वोट बैंक के लिए हिंदू त्योहारों को सीमित करने का प्रयास कर रही है।
समान नागरिक अधिकारों के नाम पर हिंदू समुदाय को दबाने की कोशिश की जा रही है।
कानून-व्यवस्था के नाम पर सिर्फ हिंदू त्योहारों पर प्रतिबंध लगाने की साजिश हो रही है।
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हिंदू समाज में आक्रोश
हिंदू संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस फरमान की कड़ी निंदा की है। उनका कहना है कि—
✔ होली भारतीय संस्कृति और हिंदू धर्म का प्रमुख त्योहार है और इस पर इस तरह के आदेश स्वीकार्य नहीं हैं।
✔ यदि कोई व्यक्ति या समुदाय होली नहीं खेलना चाहता, तो यह उसकी व्यक्तिगत स्वतंत्रता है, लेकिन कानूनी आदेश के जरिए हिंदुओं को उनके ही त्योहार के नियम समझाना सीधा हस्तक्षेप है।
✔ अगर यही आदेश अन्य धर्मों के त्योहारों पर जारी किया जाता, तो कांग्रेस सरकार क्या इसे लागू कर पाती?
तेलंगाना में कांग्रेस सरकार का यह आदेश उसकी हिंदू विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। यह केवल वोट बैंक की राजनीति और तुष्टिकरण का एक उदाहरण है। हिंदू त्योहारों को सीमित करने की साजिश अब देशभर में उजागर हो रही है।
इस तरह के फरमान हिंदू समुदाय को विभाजित करने और उनकी धार्मिक स्वतंत्रता पर हमला करने का प्रयास हैं। कांग्रेस सरकार को इस पर तुरंत पुनर्विचार करना चाहिए और हिंदुओं के धार्मिक अधिकारों का सम्मान करना चाहिए।
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