शेख हसीना को खींचकर वापस बांग्लादेश लाओ. इंटरनेशनल ट्रिब्यूनल का फरमान, विरोधियों में खुशी की लहर

बांग्लादेश की राजनीति में एक बड़ा मोड़ तब आया जब इंटरनेशनल क्राइम्स ट्रिब्यूनल (ICT) ने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना समेत 45 अवामी लीग नेताओं के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया। इन पर जुलाई-अगस्त 2024 में हुए विद्रोह के दौरान मानवता के खिलाफ अपराध करने का आरोप है।
गिरफ्तारी वारंट का आधार
अभियोजन पक्ष ने न्यायाधिकरण में याचिकाएं दायर कर इन नेताओं के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट की मांग की थी। मुख्य अभियोजक मोहम्मद ताजुल इस्लाम के अनुसार, न्यायाधिकरण ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे शेख हसीना और अन्य 45 आरोपियों को 18 नवंबर से पहले गिरफ्तार कर अदालत में पेश करें।
भारत से प्रत्यर्पण की कोशिश
बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद यूनुस ने दावा किया है कि उन्होंने शेख हसीना के प्रत्यर्पण के लिए भारत को दो औपचारिक पत्र भेजे हैं, लेकिन अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं मिली है। यूनुस ने कहा कि हसीना पर मानवता के खिलाफ अपराध के लिए मुकदमा चलाया जाएगा।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
इस घटनाक्रम के बाद बांग्लादेश की राजनीति में हलचल मच गई है। विपक्षी दलों में खुशी की लहर है, जबकि अवामी लीग के समर्थकों में चिंता व्याप्त है। यह मामला देश की राजनीतिक स्थिरता और भविष्य की राजनीति पर गहरा प्रभाव डाल सकता है।
शेख हसीना के खिलाफ जारी यह गिरफ्तारी वारंट बांग्लादेश की राजनीति में एक महत्वपूर्ण मोड़ है। आने वाले दिनों में इस मामले के कानूनी और राजनीतिक पहलुओं पर गहन चर्चा होने की संभावना है, जो देश के भविष्य को प्रभावित कर सकती है।
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