नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में ऐतिहासिक वृद्धि, पीएम मोदी के नेतृत्व को श्रेय

नई दिल्ली, 1 अप्रैल: भारत के ऊर्जा क्षेत्र में हाल के वर्षों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रल्हाद जोशी ने मंगलवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर आंकड़ों का हवाला देते हुए इस सफलता की जानकारी साझा की।
प्रल्हाद जोशी ने अपने पोस्ट में बताया कि देश का नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र अभूतपूर्व वृद्धि के दौर से गुजर रहा है। उन्होंने इस उपलब्धि का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और उनकी सरकार की सतत एवं स्वच्छ ऊर्जा के प्रति मजबूत प्रतिबद्धता को दिया। उनके अनुसार, पीएम मोदी के मार्गदर्शन में भारत एक हरित और आत्मनिर्भर भविष्य की ओर तेजी से अग्रसर है।
रिकॉर्ड तोड़ वृद्धि
केंद्रीय मंत्री द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2023-24 में नवीकरणीय ऊर्जा की क्षमता में 18.57 गीगावाट का इजाफा हुआ था। वहीं, वित्त वर्ष 2024-25 में यह आंकड़ा बढ़कर 25 गीगावाट तक पहुंच गया है। इस तरह, नवीकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में 34.63 प्रतिशत की ऐतिहासिक वार्षिक वृद्धि दर्ज की गई, जो अब तक की सबसे बड़ी वृद्धि है।
पीएम मोदी की प्रतिक्रिया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रल्हाद जोशी के इस पोस्ट को रीपोस्ट करते हुए लिखा, "एक शानदार विकास, जो स्थिरता के प्रति हमारे लोगों की प्रतिबद्धता को दर्शाता है!" यह संदेश देशवासियों को स्वच्छ और नवीकरणीय ऊर्जा अपनाने के प्रति प्रेरित करने वाला है।
नवीकरणीय ऊर्जा की दिशा में भारत की प्रतिबद्धता
भारत सरकार लगातार नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न नीतियों और योजनाओं पर काम कर रही है। देश का लक्ष्य वर्ष 2030 तक 500 गीगावाट नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता स्थापित करना है। सौर ऊर्जा, पवन ऊर्जा और हाइड्रोजन ऊर्जा के क्षेत्र में हो रहे नवाचार और निवेश से भारत वैश्विक स्तर पर अग्रणी बन रहा है।
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