भारतीय नौसेना को मिलेगा नया शक्ति-संचार: राफेल-एम और पनडुब्बियों की खरीद को मंजूरी के करीब

मोदी सरकार इस महीने भारतीय रक्षा क्षेत्र को एक नई ऊंचाई पर ले जाने वाली है। अप्रैल के अंत तक केंद्र सरकार 26 राफेल-मैरीटाइम स्ट्राइक फाइटर्स की खरीद को कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) से मंजूरी दिलाने के लिए तैयार है। यह सौदा करीब 7.6 बिलियन डॉलर का होगा, जो भारतीय नौसेना की समुद्री ताकत को कई गुना बढ़ा देगा।
क्या मिलेगा भारत को इस सौदे से?
26 राफेल-एम लड़ाकू विमान, जो विशेष रूप से आईएनएस विक्रांत और आईएनएस विक्रमादित्य जैसे विमानवाहक पोतों पर तैनाती के लिए बनाए गए हैं।
तीन डीजल-इलेक्ट्रिक पनडुब्बियां, जो हिंद महासागर क्षेत्र में बढ़ते चीन के खतरे से निपटने में अहम भूमिका निभाएंगी।
राफेल-एम की खासियतें:
डसॉल्ट एविएशन द्वारा निर्मित यह विमान एक मल्टी-रोल फाइटर है, जो उन्नत एवियोनिक्स और AESA रडार से लैस है।
यह मेटियोर, MICA, SCALP और EXOCET जैसे आधुनिक हथियारों से सुसज्जित है।
यह विमान CATOBAR और STOBAR जैसी टेक्नोलॉजी को सपोर्ट करता है, जो इसे विमानवाहक पोतों से संचालन के लिए आदर्श बनाता है।
यह सौदा न केवल भारतीय नौसेना की आक्रमण क्षमता को बढ़ाएगा, बल्कि हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की रणनीतिक स्थिति को और मजबूत करेगा।
What's Your Reaction?






