राजा भैया का ईसाई पादरियों पर तंज: ‘वेटिकन सिटी में जाकर चमत्कार दिखाओ’

प्रतापगढ़: उत्तर प्रदेश के कुंडा से विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ ‘राजा भैया’ ने हाल ही में ईसाई पादरियों पर तीखा तंज कसा है। उन्होंने चमत्कारी उपचार के दावों को लेकर पादरियों पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर वे सच में बीमारियों को ठीक कर सकते हैं, तो उन्हें वेटिकन सिटी जाकर पोप फ्रांसिस का इलाज करना चाहिए।
राजा भैया ने अपने बयान में कहा, "अगर चमत्कार दिखाने की इतनी ही ताकत है, तो वेटिकन सिटी जाओ और पोप फ्रांसिस को ठीक करके दिखाओ। उन्हें ‘हालेलुइया’ की जरूरत है।" उनका इशारा कथित चमत्कारी इलाजों की ओर था, जिनका दावा कुछ पादरी करते हैं।
चमत्कारी उपचार पर सवाल
राजा भैया ने धर्मांतरण के नाम पर चमत्कार की आड़ में भोले-भाले लोगों को गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कई जगहों पर ईसाई मिशनरियों द्वारा लोगों को यह विश्वास दिलाया जाता है कि वे केवल प्रार्थना से बीमारियों का इलाज कर सकते हैं।
उन्होंने आगे कहा, "अगर यह सच होता, तो दुनिया के तमाम अस्पताल बंद हो जाते। ईसाई पादरी ही सभी का इलाज कर देते। लेकिन असलियत कुछ और ही है।"
राजनीतिक और धार्मिक विवाद
राजा भैया के इस बयान के बाद राजनीतिक और धार्मिक हलकों में हलचल मच गई है। कुछ लोगों ने इसे धर्म विशेष पर हमला बताया, तो कुछ ने इसे तथाकथित ‘चमत्कारी इलाज’ के खिलाफ सच बोलने की हिम्मत कहा।
गौरतलब है कि राजा भैया उत्तर प्रदेश की राजनीति में अपने बेबाक और आक्रामक बयानों के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने पहले भी कई बार धर्मांतरण और कट्टरपंथी संगठनों के खिलाफ खुलकर बयान दिए हैं।
ईसाई समुदाय की प्रतिक्रिया
राजा भैया के इस बयान पर ईसाई समुदाय के नेताओं ने आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि यह बयान धार्मिक सहिष्णुता के खिलाफ है और इससे सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ सकता है।
निष्कर्ष
राजा भैया के बयान ने एक बार फिर धर्म और राजनीति के आपसी संबंधों पर बहस छेड़ दी है। जहां कुछ लोग इसे ‘सच्चाई का आईना’ बता रहे हैं, वहीं कुछ इसे धार्मिक उकसावे का प्रयास मान रहे हैं। देखना दिलचस्प होगा कि इस बयान पर आगे क्या प्रतिक्रियाएं आती हैं और राजनीतिक माहौल पर इसका क्या असर पड़ता है।
What's Your Reaction?






