AIADMK ने DMK सरकार पर लगाया 40,000 करोड़ के घोटाले का आरोप, CM स्टालिन से की इस्तीफे की मांग

तमिलनाडु में DMK सरकार एक बड़े राजनीतिक विवाद में घिर गई है। AIADMK ने मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की सरकार पर 40,000 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगाया है और उनके इस्तीफे की मांग की है। यह विवाद उस समय गरमाया जब AIADMK के विधायकों ने बजट सत्र के दौरान विधानसभा से वॉकआउट किया।
TASMAC घोटाले के आरोप में बढ़ी मुश्किलें
AIADMK महासचिव एडप्पादी के. पलानीस्वामी ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में तमिलनाडु राज्य विपणन निगम लिमिटेड (TASMAC) में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। उन्होंने कहा:
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने TASMAC में 1,000 करोड़ रुपये से अधिक के भ्रष्टाचार की जांच शुरू की है।
यह घोटाला 40,000 करोड़ रुपये तक पहुंच सकता है, क्योंकि सरकार ने अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की है।
ED की छापेमारी के बावजूद DMK सरकार चुप है और दोषियों को बचाने की कोशिश कर रही है।
इस सरकार के रहते निष्पक्ष जांच संभव नहीं है, इसलिए मुख्यमंत्री एमके स्टालिन को इस्तीफा देना चाहिए।
क्या है TASMAC घोटाला?
तमिलनाडु राज्य विपणन निगम लिमिटेड (TASMAC) तमिलनाडु में शराब की बिक्री पर सरकार का नियंत्रण रखने वाली एजेंसी है। विपक्ष का आरोप है कि:
TASMAC के जरिए अवैध रूप से हजारों करोड़ रुपये का भ्रष्टाचार किया गया है।
अधिकारी और राजनेता शराब बिक्री के पैसों का दुरुपयोग कर रहे हैं।
घोटाले से सरकारी खजाने को बड़ा नुकसान हुआ है, लेकिन DMK सरकार इसे छिपा रही है।
DMK सरकार की सफाई
वहीं, DMK सरकार ने AIADMK के आरोपों को सिरे से खारिज किया है। तमिलनाडु के वित्त मंत्री ने कहा कि:
AIADMK बिना सबूत के झूठे आरोप लगा रही है।
TASMAC पूरी पारदर्शिता के साथ काम कर रहा है और कोई घोटाला नहीं हुआ है।
अगर किसी के पास सबूत हैं, तो वे कानूनी रूप से अपनी बात रखें, विधानसभा में नाटक करने से कुछ नहीं होगा।
AIADMK बनाम DMK: तमिलनाडु की राजनीति गरमाई
यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब तमिलनाडु में भाषा और परिसीमन को लेकर भी बहस चल रही है।
DMK पहले ही हिंदी थोपने और उत्तर भारत पर वर्चस्व बढ़ाने के खिलाफ आवाज उठा चुकी है।
अब AIADMK ने आर्थिक भ्रष्टाचार का मुद्दा उठाकर सरकार को घेरने की कोशिश की है।
इससे राज्य की राजनीति में नया तनाव पैदा हो गया है और अगले विधानसभा चुनावों पर इसका असर पड़ सकता है।
AIADMK के 40,000 करोड़ रुपये के घोटाले के दावे से तमिलनाडु की राजनीति में बड़ा भूचाल आ गया है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) पहले ही TASMAC मामले की जांच कर रहा है, लेकिन AIADMK ने अब इसे चुनावी मुद्दा बनाने का संकेत दिया है।
क्या DMK सरकार इस घोटाले के आरोपों से खुद को बचा पाएगी, या AIADMK की मांगों पर कोई कार्रवाई होगी? यह आने वाले दिनों में साफ होगा। फिलहाल, तमिलनाडु की राजनीति इस मुद्दे पर गर्मा गई है।
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