दिल्ली में शपथ लेते ही भाजपा सरकार का पहला कदम: मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता और मंत्रिमंडल ने पास किया पहला बिल

दिल्ली की राजनीति में ऐतिहासिक मोड़ आया जब रेखा गुप्ता ने राजधानी की पहली महिला मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। भाजपा सरकार ने सत्ता में आते ही अपनी प्राथमिकताओं को स्पष्ट कर दिया और पहली कैबिनेट बैठक में ही महत्वपूर्ण बिल पास किया।
कैबिनेट का पहला फैसला: जनता से जुड़े मुद्दों पर त्वरित कार्रवाई
शपथ ग्रहण के तुरंत बाद मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने अपनी कैबिनेट के साथ पहली बैठक की। इस बैठक में दिल्ली के विकास और जनता की समस्याओं को हल करने के लिए पहला विधेयक पारित किया गया।
पहले बिल की मुख्य बातें:
1. भ्रष्टाचार पर लगाम – सरकारी दफ्तरों में पारदर्शिता और जवाबदेही बढ़ाने के लिए नई भ्रष्टाचार विरोधी नीति लागू की गई।
2. बिजली-पानी पर राहत – दिल्लीवासियों को सस्ती और निर्बाध बिजली-पानी देने के लिए नई योजना पर मुहर लगाई गई।
3. महिला सुरक्षा को प्राथमिकता – महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए विशेष टास्क फोर्स बनाने का निर्णय।
4. स्वास्थ्य और शिक्षा में सुधार – सरकारी स्कूलों और अस्पतालों की स्थिति सुधारने के लिए नई नीतियाँ पेश की गईं।
5. अवैध अतिक्रमण और प्रदूषण पर कड़ा रुख – दिल्ली की सड़कों को अतिक्रमण मुक्त करने और प्रदूषण नियंत्रण के लिए नई सख्त नीति लागू करने का निर्णय।
भाजपा सरकार की प्राथमिकताएँ
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा,
"दिल्ली को भ्रष्टाचार मुक्त, सुरक्षित और आधुनिक शहर बनाना हमारा संकल्प है। जनता से किए गए हर वादे को पूरा किया जाएगा और विकास कार्यों को प्राथमिकता दी जाएगी।"
इस निर्णय से यह स्पष्ट हो गया कि भाजपा सरकार दिल्ली के लिए तेज़ और ठोस फैसले लेने के लिए तैयार है। आने वाले दिनों में जनता को राहत देने और राजधानी को बेहतर बनाने के लिए और कई बड़े कदम उठाए जा सकते हैं।
What's Your Reaction?






