अजमेर में 'मुस्लिम गैंग' करते हैं मानव तस्करी, साल भर में 251 लड़कियां लापता, विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने जताई गंभीर चिंता

राजस्थान के अजमेर जिले के ब्यावर क्षेत्र में हाल ही में एक 'मुस्लिम गैंग' का खुलासा हुआ है, जो स्कूली छात्राओं को फंसाकर उनका शोषण और ब्लैकमेल कर रहा था। इस घटना ने राज्य में सनसनी फैला दी है। राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने इस मामले को गंभीर और चिंताजनक बताते हुए प्रशासन को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
अजमेर में बच्चों के गायब होने की बढ़ती घटनाएँ
विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने ब्यावर की घटना पर चिंता जताते हुए खुलासा किया कि अजमेर जिले में पिछले एक वर्ष में 200 से 250 बच्चे गायब हुए हैं, जिनमें अधिकांश लड़कियाँ हैं। यह आंकड़ा राज्य सरकार द्वारा विधानसभा में प्रस्तुत किया गया, जिसमें बताया गया कि पिछले एक साल में राज्य में कुल 7,339 बच्चे लापता हुए हैं।
पुलिस की कार्रवाई और आंकड़े
अजमेर जिले की मानव तस्करी यूनिट के प्रभारी अशोक विश्नोई ने जानकारी दी कि पिछले एक वर्ष में 310 बच्चों के गायब होने की रिपोर्ट दर्ज की गई है, जिनमें से 251 लड़कियाँ हैं। पुलिस ने बताया कि इनमें से कई बच्चों को खोज लिया गया है और उन्हें सुरक्षित वापस लाया गया है।
ब्यावर कांड: एक नजर
ब्यावर के विजयनगर क्षेत्र में एक गिरोह का पर्दाफाश हुआ है, जो स्कूली छात्राओं को प्रेमजाल में फंसाकर उनका शारीरिक शोषण और ब्लैकमेल कर रहा था। आरोपियों ने लड़कियों को अपने धर्म में आस्था रखने के लिए मजबूर किया और उन्हें कलमा पढ़ने की ट्रेनिंग दी। इस मामले में पुलिस ने अब तक छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
प्रशासन की सख्त कार्रवाई
विधानसभा अध्यक्ष देवनानी ने पुलिस और प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि पहाड़ी क्षेत्रों और अवैध रेस्टोरेंट्स पर कड़ी निगरानी रखी जाए और आवश्यक होने पर छापेमारी की जाए। उन्होंने अभिभावकों से अपील की है कि वे अपने बच्चों पर विशेष ध्यान दें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की तुरंत सूचना पुलिस को दें।
निष्कर्ष
ब्यावर और अजमेर में घटित इन घटनाओं ने राज्य में सुरक्षा व्यवस्था और सामाजिक संरचना पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं। आवश्यक है कि प्रशासन, पुलिस और समाज मिलकर ऐसे अपराधों के खिलाफ सख्त कदम उठाएँ ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके
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